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November 30, 2019

कर्तव्य

कर्तव्य ऐसा आदर्श मित्र है
जो कभी धोखा नहीं दे सकता,
                और
धैर्य एक ऐसा कड़वा पौधा है,
जिस पर फल हमेशा मीठे आते हैं।
  
      🌹शुभ प्रभात 🌹

November 29, 2019

रिश्ता.....

🌹🌸👌🍀🙏🌲💐🌿🌷🥀💐💐

✏रिश्ता बहुत गहरा हो या न हो
                      परन्तु भरोसा
              बहुत गहरा होना चाहिये..
                 गुरु वही श्रेष्ठ होता है
                   जिसकी प्रेरणा से
             किसी का चरित्र बदल जाये
              और मित्र वही श्रेष्ठ होता है
         जिसकी संगत से रंगत बदल जाये✍🏻

       🙏😊 Good morning🙏😊

November 28, 2019

इंतजार..

जिंदगी में किसी के इंतजार की तलब भी ज़रूरी है.

वरना ये वक़्त तो गुजरता है,पर कटता नहीं...!!
🌞🌹शुभ प्रभात🌹🌞

November 27, 2019

बातों की खुशबू

उनकी हर बात से महकती खुशबू
लगता है जैसे बहारेंं खिल उठी हों,
दिल जोरों से धडकने लगता है तब
जब आँखों मेंं ही रास्ता नजर आता हो।। 
रविंद्र 'रवि' कोष्टी

November 26, 2019

विश्वास...

इंसान जब हथेली की रेखाओं में
भविष्य ढूंढने  लगे,
तब समझ लेना कि,
उसकी बाजुओं में ताकत,
और
मन में विश्वास खत्म हो गया है..
    🙏🏻शुभ प्रभात🙏🏻

November 24, 2019

सदैव खुश रहें🌹😊

संपत्तियां, पैसा, उपलब्धियाँ, प्रतिष्ठा, सम्मान, पद... कुछ भी मायने नहीं रखता, अगर आप खुश़ नहीं हैं... 😊

इस जिंदगी की सबसे पहली जरूरत है...
आपका ख़ुश रहना !!! 😊

🌹😊
सदैव खुश रहें

सुप्रभात🙏

ठंड...

एक ठण्ड विदेशों में पड़ती है,.!

लोग गोरे हो जाते हैं...!

.

.

और एक ठण्ड हमारे यहाँ पड़ती है,.!

गाल और होंठ फट जाते हैं.!😝🤣

😝😝😝😆😆😆😅😅

November 22, 2019

नोंकझोक...


पत्नी ने मुझसे कहा कि मेरे भाई से भी खाने के लिये पुछ लो..!

मैंने पुछा :- साले साहब खाना खा के आये हो या जा के खाओगे..!
😝😆😆🤣

नजर और नसीब

✍🏻 नजर और नसीब का
             कुछ ऐसा इतेफाक है
                   की
      नजर को अक्सर वही
       चीज पसंद आती है 
     जो नसीब में नही होती
                   और
      नसीब में लिखी चीज
 अक्सर नजर नहीं आती है       

 🙏 सुप्रभात🙏
व्हाट्सएप मेसेज

खुशियाँ

🌻🌼🌞🌞🌼🌻
🙏🙏 सुप्रभात 🙏

खुशियाँ बटोरते बटोरते उम्र गुजर गई 
लेकिन खुश न हो सके... 

एक दिन अहसास हुआ कि 
खुश तो वे लोग हैं 
जो खुशियाँ बाँट रहे हैं।

🙏 सुप्रभात🙏🙏
🌻🌼🌞🌞🌼🌻
(व्हाट्सएप पर प्राप्त संदेश  )

November 21, 2019

दर्द....

दर्द कितने छिपाए रखोगे सीने मे
बस सीना खोल के बोल दो
कुछ माहौल बन जाए।
मौत आ भी जाए अगर चुपके से
दर्द ऐ दास्ताँ सुन
दर्द से वो भी अपनी ही जगह जम जाए।।
रविंद्र "रवि" कोष्टी

November 19, 2019

बेहतरीन जिंदगी...

जिदंगी " बेहतर "
    तब होती है.
    जब आप खुश होते है

लेकिन

जिंदगी "बेहतरीन" तब होती है .
  जब आपकी वजह से
           लोग खुश होते है.
          शुभ प्रभात

November 18, 2019

घर......!🌹

"व्यवहार" घर का शुभ कलश है।
और "इंसानियत" घर की "तिजोरी"।

"मधुर वाणी" घर की "धन-दौलत" है।
और "शांति" घर की "महालक्ष्मी"।

"पैसा" घर का "मेहमान" है।
और "एकता" घर की "ममता।

"व्यवस्था" घर की "शोभा" है
और समाधान "सच्चा सुख"।
    🌹 प्रातःवंदन!🌹

November 17, 2019

दौलत.....

(कवि:अज्ञात। व्हाट्सएप संदेश  )
वो कागज की दौलत ही क्या
           जो पानी से गल जाये और
             आग से जल जाये

         दौलत तो दुआओ की होती हैं
            न पानी से गलती हैं
              न आग से जलती हैं...                                                                                                    
         आनंद लूट ले बन्दे,
           प्रभु की बन्दगी का।
             ना जाने कब छूट जाये,
               साथ जिन्दगी का।।
     
"ईश्वर से मेरी एक ही प्रार्थना है..
"महंगी घड़ी" सबको दे देना !
         लेकिन.....
"मुश्किल घड़ी" किसी को न  देना
🍁🍁🍁🙏सुप्रभात 🍁🍁🍁🙏
        🌻 आपका दिन मंगलमय हो🌻

November 15, 2019

"जिंदगी" की सांसे!🌹

(व्हाट्सएपपर प्राप्त यह कविता. कवी कौन है मालूम नही. मन को भा गयी. सो शेअर कर रहा हुँ  )

जब  तक  चलेगी "जिंदगी" की सांसे
कहीं  प्यार  कहीं "टकराव" मिलेगा !!
कहीं  बनेंगे  संबंध  "अंतर्मन" से  तो
कहीं "आत्मीयता" का अभाव मिलेगा 

कहीं  मिलेगी  जिंदगी में "प्रशंसा" तो
कहीं नाराजगियों का "बहाव" मिलेगा 
कहीं  मिलेगी सच्चे मन से "दुआ" तो
कहीं  भावनाओं में "दुर्भाव" मिलेगा !!

कहीं बनेंगे पराए "रिश्तें" भी अपने तो
कहीं अपनों से ही "खिंचाव" मिलेगा !!
कहीं  होगी  "खुशामदें" चेहरे  पर तो
कहीं पीठ पे बुराई का "घाव" मिलेगा !!

तू  चलाचल  राही अपने "कर्मपथ" पे
जैसा तेरा भाव वैसा "प्रभाव" मिलेगा !!
रख स्वभाव में शुद्धता का "स्पर्श" तू
अवश्य  जिंदगी का "पड़ाव" मिलेगा !!🌹

November 11, 2019

जिंदगी२

कभी कभी उदासी की
           आग हैं जिंदगी
     कभी कभी खुशियों का
           बाग हैं जिंदगी
     हंसता  और  रुलाता
            राग  हैं जिंदगी
   कड़वे और मीठे अनुभवों
        शंका स्वाद हैं जिंदगी
            पर अंत मे तो
                 अपने
     किये   हुए   कर्मो   का
        हिसाब है जिंदगी
         🙏सुप्रभात🙏
( कवी:-अज्ञात, व्हाट्सएपपर प्राप्त संदेश )

November 10, 2019

जिंदगी.....

दोस्त , किताब , रास्ता , और सोच!
ये चारों  जीवन में सही मिलें तो,
ज़िंदगी "निख़र".... जाती है .
वरना "बिख़र" ज़ाती है ...
        शुभ प्रभात...

November 8, 2019

ख्वाब...

जब नासमझ थे,
तो ख्वाब हमारी
मुट्ठी में बंद थे,
  
समझ आयी तो,
ख्वाबों ने हमें
मुट्ठी में बंद कर लिया,,,!

🙏   सुप्रभात   🙏

🌹आपका दिंन मंगलमय हो

November 7, 2019

तजुर्बा...💐💐

वक्त बदलता नहीं, इंसान बदल जाते है,
बंद आँखों से तो अंधेरे ही नजर आते है
हर तजुर्बा होता है खेल अपनी नजरों का,
रेल की खिड़की से देखो,
तो पेड़ भी दौड़ते नजर आते है...

         💐🙏शुभ प्रभात🙏💐

November 4, 2019

💐बड़े दिन हो गए 💐

👌🏻👌🏻 बड़े दिन हो गए 👌🏻👌🏻

दोस्तों, पुराने वो बचन के दिनो की यादे हमेशा बुढापे मे भी सताती  है। अब सब कुछ है फिर भी वे दिन भुलाये नही भुलते. व्हाट्सएप पर इस बारे मे एक कविता किसी ने शेअर की थी। मन को भा गयी इसलिए यहाँ शेअर कर रहा हुँ।

इतने channels होने पर भी 
लगता है कुछ नहीं देखा 
चित्रहार देखने की इंतज़ार को 
बड़े दिन हो गए...!

अब ढेर सारे संगीत के माध्यम
फिर भी वो बिनाका गीत माला सुने 
बड़े दिन हो गए।

अब सुबह नाश्ते के लिए टेबल पर बहुत सारे आइटम,
सुबह चाय के साथ बासी पराठे खाये,
बड़े दिन हो गए।

अब 2 रोटी खाकर चिंता कि वजन न बढ़ जाये
वो स्कूल से लौटकर 5-5 रोटी खाये 
बड़े दिन हो गए.....।

ये बारिशें आजकल
रेनकोट में सूख जाती हैं... 
सड़कों पर छपाके उड़ाए 
बड़े दिन हो गए... ।

दोपहर से गायब होकर शाम देर से मिट्टी में सने हुए घर आना,
और वो माँ के दो थप्पड़ खाये,
बड़े दिन हो गए..।

अब सारे काम सोच समझ कर करता हूँ ज़िन्दगी में.... 
वो पहली गेंद पर बढ़कर छक्का लगाये 
बड़े दिन हो गए...।

वो ढ़ाई नंबर का क्वेश्चन पुतलियों में समझाना... 
किसी दोस्त  को नक़ल कराये 
बड़े दिन हो गए.... ।

जो कहना है
फेसबुक पर डाल देता हूँ.... 
किसी को चुपके से चिट्ठी पकड़ाए 
बड़े दिन हो गए.... ।

बड़ा होने का शौक भी
बड़ा था बचपन में.... 
काला चूरन मुंह में तम्बाकू सा दबाये 
बड़े दिन हो गए.... ।

आजकल खाने में मुझे
कुछ भी नापसंद नहीं.... 
वो मम्मी वाला अचार खाए
बड़े दिन हो गए.... ।

सुबह के सारे काम
अब रात में ही कर लेता हूँ.... 
सफ़ेद जूतों पर चाक लगाए 
बड़े दिन हो गए..... ।

लोग कहते हैं
अगला बड़ा सलीकेदार है.... 
दोस्त के झगड़े को अपनी लड़ाई बनाये
बड़े दिन हो गए..... ।

वो साइकल की सवारी
और ऑडी सा टशन... 
डंडा पकड़ कर कैंची चलाये
बड़े दिन हो गए.... ।

किसी इतवार खाली हो तो
आ जाना पुराने अड्डे पर... 
दोस्तों को दिल के शिकवे सुनाये 
बड़े दिन हो गए..........।
(कवी: अज्ञात )

November 3, 2019

ईश्वर का वास..

व्हाट्सएप ग्रुपसे प्राप्त एक बेहतरिन संदेश शेअर कर रहा हुँ दोस्तों.

एक सन्यासी घूमते-फिरते एक दुकान पर आये, दुकान मे अनेक छोटे-बड़े डिब्बे थे, सन्यासी के मन में जिज्ञासा उतपन्न हुई,  एक डिब्बे की ओर इशारा करते हुए सन्यासी ने दुकानदार से पूछा, इसमे क्या है ? दुकानदारने कहा - इसमे नमक है ! सन्यासी ने फिर पूछा, इसके पास वाले मे क्या है ? दुकानदार ने कहा, इसमे हल्दी है ! इसी प्रकार सन्यासी पूछ्ते गए और दुकानदार बतलाता रहा, अंत मे पीछे रखे डिब्बे का नंबर आया, सन्यासी ने पूछा उस अंतिम डिब्बे मे क्या है? दुकानदार बोला, उसमे श्रीकृष्ण है ! सन्यासी ने हैरान होते हुये पूछा श्रीकृष्ण ?? भला यह श्रीकृष्ण  किस वस्तु का नाम है भाई?? मैंने तो इस नाम के किसी समान के बारे में कभी नहीं सुना।  दुकानदार सन्यासी के भोलेपन पर हंस कर बोला - महात्मन ! और डिब्बों मे तो भिन्न-भिन्न वस्तुएं हैं, पर यह डिब्बा खाली है, हम खाली को खाली नही कहकर श्रीकृष्ण  कहते हैं !*
*संन्यासी की आंखें खुली की खुली रह गई !* 
*जिस बात के लिये मैं दर दर भटक रहा था, वो बात मुझे आज एक व्यपारी से समझ आ रही है। वो सन्यासी उस छोटे से किराने के दुकानदार के चरणों में गिर पड़ा ,,, ओह, तो खाली मे श्रीकृष्ण रहता है ! सत्य है भाई भरे हुए में श्रीकृष्ण  को स्थान कहाँ ? (काम, क्रोध,लोभ,मोह, लालच, अभिमान,ईर्ष्या, द्वेष और भली- बुरी, सुख दुख, की बातों से जब दिल-दिमाग भरा रहेगा तो उसमें ईश्वर का वास कैसे होगा ? श्रीकृष्ण  यानी ईश्वर तो खाली याने साफ-सुथरे मन मे ही निवास करता है ! एक छोटी सी दुकान वाले ने सन्यासी को बहुत बड़ी बात समझा दी थी! आज सन्यासी अपने आनंद में था।* 
*जय श्री कृष्ण*
😊😊🙏😊😊

November 2, 2019

अच्छा वक्त

अच्छा वक़्त सिर्फ उसीका  होता है,​.
जो कभी किसी का बुरा नहीं सोचते !!​
सुख दुख तो अतिथि है,​.
  ​बारी बारी से आयेंगे चले जायेंगे..​
​यदि वो नहीं आयेंगे तो हम​
        अनुभव कहां से लायेंगे।​🌹