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और जिंदगी के सिलसिलेयूँही चले होते सालों साल,कभी न भरने वाले जख्मगिले होते सालों साल।इन पंक्तियों ने दिल छू लिया... बहुत सुंदर ....रचना....
हर शब्द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।
धन्यवाद संजय जी! बहुत बहुत धन्यवाद दुबारा पाधाराने के लिये और आपकी इस दिल छु लेणे वाली प्रतिक्रिया के लिये!!!!
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3 comments:
और जिंदगी के सिलसिले
यूँही चले होते सालों साल,
कभी न भरने वाले जख्म
गिले होते सालों साल।
इन पंक्तियों ने दिल छू लिया... बहुत सुंदर ....रचना....
हर शब्द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।
धन्यवाद संजय जी! बहुत बहुत धन्यवाद दुबारा पाधाराने के लिये और आपकी इस दिल छु लेणे वाली प्रतिक्रिया के लिये!!!!
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