मेरे अपने विचारों पर आधारित मेरा अपना ब्लॉग
ज़रा अदब से उठाना इन बुझे दियों को....
इन्होंने कल रात सबको रोशनी दी थी.....
किसी को जला कर खुश होना अलग बात है,
इन्होंने खुद को जला कर रोशनी की थी..... ( व्हाट्सएपसे प्राप्त कविता. अच्छी लगी सो शेअर की।)
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