दिवाली की रात
दूर आकाश में
छुप कर
वो चाँद देखने की कोशिश करता होगा
यहाँ धरती पर
दिवाली की रात लोग
क्या-क्या कर रहे है
लेकिन उसकी आँखे
धरती पर जलते करोडो दियो
लाखो पटाखों की
जगमगाती रोशनी से
चौंधिया जाती होगी
दूर आकाश में
छुप कर
वो चाँद देखने की कोशिश करता होगा
यहाँ धरती पर
दिवाली की रात लोग
क्या-क्या कर रहे है
लेकिन उसकी आँखे
धरती पर जलते करोडो दियो
लाखो पटाखों की
जगमगाती रोशनी से
चौंधिया जाती होगी
1 comment:
बहुत खूब ...आकर्षक उदगार !
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