व्हाट्सएप की शाला से प्राप्त एक अच्छा संदेश....
मां-बाप उम्र से नहीं बल्कि*
*फिकर से बूडे होते हैं*
*कड़वा है मगर सच है*
*जब बच्चा रोता है तो पूरी*
*बिल्डिंग को पता चलता है*
*मगर साहब*
*जब मां-बाप रोते होते हैं तो बाजू*
*वाले को भी पता नहीं चलता है*
*ये जिंदगी की सच्चाई है*
*" गुरु "*
*वही श्रेष्ठ होता है*
*जिसकी प्रेरणा से किसी का*
*चरित्र बदल जाये*
*और --- मित्र*
*वही श्रेष्ठ होता है*
*जिसकी संगत से रंगत*
*बदल जाये*🌹🙏
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