जब से मै पुना शहर मे बदली से आया हु जिना दुभर हो गया सा महसुस हो रहा है. पुछिये क्यो? अजी क्या बताऊ! कुछ लिख नही पाता कुछ पढ नही पाता. अजी ब्रोड्बेन्ड जो नही है घर मे. पिछले एक साल से इन्टर्नेट मे इतना उलझ गया हु कि जिन्दगी सुलझ गयी सी लगने लगी है. अब कही असली जिन्दगी जी रहा सा महसुस करने लगा था कि वो क्या कहते है करमजली बदली हो गयी. बी एस एन एल मे अर्जी दी है लेकिन एक महिना लगेगा ऐसा कहा जाता है. वो तो अच्छा हुआ की जी.पी.आर.एस. सुरु है. थोदा बहुत कर पाता हु. वरना मेरा क्या होता भगवान जाने.
ईश्वर से प्रार्थना है की ब्रोड्बेन्ड कनेक्शन जल्द मिल जाये.